बोकारो | 27 सितंबर 2024: भारत के अग्रणी इस्पात उत्पादक के रूप में, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को एक कदम और आगे बढ़ाते हुए बोकारो में श्री अन्न आधारित न्यूट्री-शेक वितरण कार्यक्रम शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य समुदाय के बच्चों को पोषण प्रदान करके उनकी स्वस्थ वृद्धि और विकास में मदद करना है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय पोषण माह के तहत प्रधानमंत्री के पोषण अभियान के अनुरूप शुरू किया गया है और इसके अंतर्गत झारखंड के 50 नंद घरों में न्यूट्री-शेक का वितरण किया जाएगा।
वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड ने इस पहल के माध्यम से कुपोषण की गंभीर समस्या को हल करने का संकल्प लिया है। नंद घर परियोजना, जो वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल द्वारा शुरू की गई है, इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना के अंतर्गत श्री अन्न से बने न्यूट्री-शेक का वितरण किया जा रहा है, जो विटामिन और खनिजों से भरपूर हैं और बच्चों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाए गए हैं।
न्यूट्री-शेक का उद्देश्य और महत्व:
यह कार्यक्रम विशेष रूप से बच्चों को स्वस्थ पोषण प्रदान करने पर केंद्रित है। न्यूट्री-शेक में रागी, बाजरा, फॉक्सटेल, कोडु, गुड़, प्लांट प्रोटीन आइसोलेट्स, कोको पाउडर और नारियल का दूध पाउडर शामिल हैं, जो पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक हैं। इसे चॉकलेट स्वाद के साथ बनाया गया है ताकि बच्चों को आसानी से स्वीकार्य हो। साथ ही, ये शेक डेयरी-मुक्त हैं, जिससे उन बच्चों के लिए भी उपयुक्त हैं जिन्हें डेयरी उत्पादों से एलर्जी हो सकती है।
कार्यक्रम के तहत 10,000 से अधिक श्री अन्न प्रोटीन शेक वितरित किए गए हैं। इन शेक्स का उद्देश्य बचपन में पोषण की कमी को दूर करना और बच्चों को संतुलित आहार के प्रति जागरूक करना है। स्टार्टअप मिलेट बाउल द्वारा निर्मित ये शेक एफएसएसएआई-प्रमाणित हैं और इनमें 23 आवश्यक विटामिन और खनिज होते हैं, जो बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए जरूरी हैं।
लॉन्च इवेंट और सामुदायिक भागीदारी:
लॉन्च इवेंट में वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड के मुख्य गुणवत्ता अधिकारी मीनाक्षी सभरवाल, सीएसआर प्रमुख कुनाल दरिपा, और बोकारो सदर अस्पताल की स्वास्थ्य पार्षद आभा कुमारी ने भाग लिया। इस दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए गोद भराई समारोह और छह महीने के बच्चे के लिए अन्न प्रासन समारोह का भी आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से माताओं और बच्चों को पोषण के महत्व के बारे में जानकारी दी गई और एनीमिया व संतुलित आहार के विषय में भी शिक्षित किया गया।
सीएसआर प्रमुख कुनाल दरिपा ने कहा, “हम झारखंड के 50 नंद घरों के माध्यम से बचपन में कुपोषण के गंभीर मुद्दे को संबोधित करके समुदाय के भविष्य का पोषण करने का प्रयास कर रहे हैं। यह पहल प्रधानमंत्री के पोषण अभियान के साथ मेल खाती है और इसका उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान करना है ताकि वे स्वस्थ और बेहतर जीवन की ओर कदम बढ़ा सकें।”
नंद घर परियोजना का महत्व:
वेदांता की नंद घर परियोजना भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों और महिलाओं के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है। इस परियोजना का उद्देश्य पारंपरिक आंगनबाड़ियों को आधुनिक संसाधन केंद्रों में बदलना है, जो बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा प्रदान करते हैं। नंद घरों को सौर ऊर्जा, डिजिटल शिक्षण सुविधाओं और स्वच्छ पेयजल से सुसज्जित किया गया है। इसके अलावा, ये घर महिलाओं के लिए कौशल विकास और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन का भी केंद्र हैं।
वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड की नंद घर परियोजना झारखंड में 50 केंद्रों पर संचालित हो रही है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्रामीण भारत भी देश के विकास के पथ पर पीछे न छूटे और बच्चों व महिलाओं को उचित पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड की यह पहल राष्ट्रीय पोषण अभियान को समर्थन देने के साथ-साथ झारखंड के बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। श्री अन्न आधारित न्यूट्री-शेक का वितरण बच्चों के स्वास्थ्य को सुधारने और कुपोषण को कम करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। इस प्रकार की योजनाओं से न केवल समुदाय के बच्चों को बेहतर पोषण मिलेगा, बल्कि उनके समग्र विकास में भी सुधार होगा। वेदांता ईएसएल ने यह सिद्ध कर दिया है कि वह न केवल एक प्रमुख इस्पात उत्पादक कंपनी है, बल्कि समाज के कल्याण के प्रति भी पूर्ण रूप से समर्पित है।
वेदांता ईएसएल स्टील लिमिटेड की सामाजिक प्रतिबद्धता:
ईएसएल स्टील लिमिटेड, जो झारखंड के बोकारो जिले के सियालजोरी गांव में स्थित है, 2.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की क्षमता वाला ग्रीनफील्ड इस्पात संयंत्र चलाता है। यह संयंत्र पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप कार्य करता है और अपने उत्पादों की गुणवत्ता और सेवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। कंपनी ने न केवल इस्पात उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभाई है, बल्कि सामाजिक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई है।
वेदांता ईएसएल ने इस पहल के माध्यम से यह साबित कर दिया है कि एक उद्योग के रूप में वे सिर्फ उत्पादक नहीं हैं, बल्कि समाज की भलाई और विकास के लिए भी पूरी तरह समर्पित हैं। न्यूट्री-शेक वितरण कार्यक्रम, नंद घर परियोजना और सामाजिक उत्थान के अन्य कार्यक्रम इसके जीवंत उदाहरण हैं।