प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती विजया जाधव ने कहा कि मतदान कक्ष में पुलिस जवान प्रवेश नहीं करेंगे। यह सुनिश्चित करना पीठासीन पदाधिकारियों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि इस बार जिले के सभी मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग होगी। मतदान कक्ष/केंद्र परिसर आदि की गतिविधि की निगरानी जिला, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय एवं भारत निर्वाचन आयोग कार्यालय से सीधे की जाएगी। इसलिए कहीं भी किसी स्तर से कोई चूक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डिस्पैच सेंटर से रवानगी के बाद मतदान कर्मी अपने निर्धारित मतदान केंद्र/इंटरमीडिएट स्ट्रांग रूम में ही जाएंगे, सभी वाहनों की जीपीएस ट्रैकिंग होगी। इसलिए पीठासीन पदाधिकारी व अन्य कर्मी भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करेंगे।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदान कार्य को नियमानुसार गति के साथ पूर्ण कराएंगे। क्यू और टाइम मैनेजमेंट पर विशेष फोकस करेंगे। कहा कि मतदान कर्मियों की सुविधा के लिए सभी जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कर्मियों की सभी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। सामग्री थैला में मेडिकल कीट के साथ सूखा राशन व अन्य जरूरी सामान भी शामिल हैं। उन्होंने ईवीएम-वीवीपैट कमीशनिंग कार्यक्रम की भी जानकारी दी। कहा कि यह अंतिम प्रशिक्षण है, मन में अगर किसी बात को लेकर झिझक है, तो उसे इसी सत्र में स्पष्ट कर लें, दिए गए हैंडबुक में क्या करें और क्या नहीं करें जरूर पढ़ें। प्रशिक्षण सत्र को सिविल सर्जन डा. दिनेश कुमार, श्रीमती श्वेता गुड़िया, पंकज दूबे, डीटीओ श्रीमती वंदना शेजवलकर, शैलेंद्र, वरीय नोडल पदाधिकारी सह- अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी एवं बोकारो के निर्वाची पदाधिकारी सह- चास के अनुमंडल पदाधिकारी ओम प्रकाश गुप्ता ने भी संबोधित कर मतदान कर्मियों को विभिन्न प्रकार की जानकारी दी। इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त सौरव कुमार भुवानिया, जिला शिक्षा पदाधिकारी जगरनाथ लोहरा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी साकेत कुमार पांडेय, जिला शिक्षा अधीक्षक अतुल कुमार चौबे, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।