बोकारो ः पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत झारखण्ड आंदोलनकारी युवा मोर्चा ने शुक्रवार को नियोजन, मुआवजा व भूमि वापसी की मांग को लेकर बीएसएल के टीसी गेट में तालाबंदी आंदोलन किया, जिसमें काफी संख्या में विस्थापित पहुंचे। लगभग तीन घंटे नारेबाजी और सभा करने के बाद रैयतों की वार्ता चास अंचल के सीओ दिवाकर दुबे के साथ हुई, जिसमें दुबे ने आगामी 28 नवंबर को प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता कराने की बात कही।
मोर्चा अध्यक्ष ललित नारायण ने बताया कि प्लांट प्रबंधन विस्थापितों को नियोजन देने की बात तो करता है, लेकिन फिर चिर निद्रा में सो जाता है। बीएसएल का एसएमएस तीन और बाउंड्री रैयतों की जमीन पर बना है, जिसका आज तक मुआवजा आदि कुछ नहीं मिला है। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने भी रैयतों के हित में फैसला सुनाया है। उसके बाद भी प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है। कहा कि आगामी वार्ता सफल नहीं हुई तो रैयत बाउंड्री को तोड़कर अपनी पुस्तैनी जमीन पर हल जोतने का काम करेंगे।
मौके पर मोर्चा के निदेशक विदेशी महतो, हुबलाल गोराई, राजदेव महथा, खगेन्द्र वर्मा, पुष्कर महतो, करमचंद, विजय, राजू, योगेन्द्र, शंकर, प्रदीप, विराज, महादेव, फुरकान, सुनीता देवी समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।